अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि मंदिर(Ayodhya Ram Mandir)में करोड़ों सनातन भक्त दर्शन और पूजा के लिए इंतजार कर रहे हैं। मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। मंदिर में स्थापित की जाने वाली मूर्तियों के लिए नेपाल ने दो विशाल शालिग्राम शिलाएं (Shaligram Stone Ayodhya) भेजी हैं। जहां इस पत्थर के दर्शन और पूजा के लिए भारत के हर शहर में लाखों श्रद्धालु जुट रहे हैं, वहीं यह पत्थर गोरखपुर पहुंच रहा है, जहां यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ(Cm Yogi Adityanath)पूजा-अर्चना कर पत्थरों को अयोध्या भिजवाएंगे.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पूजा-अर्चना कर इन पत्थरों को अयोध्या भिजवाएंगे. अयोध्या(Ayodhya) के लिए रवाना होने से पहले इन पत्थरों को देखने और पूजा करने के लिए बड़ी संख्या में लोग गोरखपुर जाने वाली सड़क पर उमड़ रहे हैं. जिन शहरों से ये चट्टानें गुजर रही हैं वहां बड़ी संख्या में लोग दर्शन और पूजा कर रहे हैं।
गौरतलब है कि साठ लाख साल पुरानी पवित्र शालिग्राम शिला के दर्शन और पूजा और श्री राम के कीर्तन की शुरुआत तब हुई जब इन शिलाओं को नेपाल से भारत स्थानांतरित किया गया। ये पत्थर नेपाल के जनकपुर धाम से अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि मंदिर को मूर्ति निर्माण के लिए भेंट किए गए थे।
खास बात यह है कि इन शिलाओं को दो फरवरी को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ श्रेत्रे को सुपुर्द किया जाएगा। उसके बाद इस पत्थर से श्रीराम और जानकी की मूर्तियां बनाई जाएंगी। इसमें लगभग 9 महीने लग सकते हैं। भारत सरकार ने घोषणा की है कि मकर संक्रांति 2024 पर श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा। तब तक इन पत्थरों से श्रीराम और जानकी की मूर्तियां तैयार की जाएंगी।